tag:blogger.com,1999:blog-4194975147932252377.post4218268099249367139..comments2023-05-18T02:04:54.980-07:00Comments on Pankaj Vyas, Ratlam: अंहकार ही मनुष्य के े पतन का कारण-श्री राजरत्नविजयजीAnonymoushttp://www.blogger.com/profile/03051216183260665359noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-4194975147932252377.post-61792204081107533832009-07-13T19:18:00.453-07:002009-07-13T19:18:00.453-07:00अंहकार ही मनुष्य के पतन का कारण!
मुनिराज राजरत्नवि...अंहकार ही मनुष्य के पतन का कारण!<br />मुनिराज राजरत्नविजयजी म.सा. ने धर्मसभा में कहा कि अंहकार मनुष्य को पतन के गर्त में ले जाता है। जलन, द्वेष, अहम, राग-रस, अंहकार के आभूषण है।<br /><br />मुनिराज राजरत्नविजय जी ने बिल्कुल सही कहा है।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com